रायपुर।आईएएस रानू साहू को ईडी की टीम ने हिरासत में लेकर रायपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 25 जुलाई तक ईडी की रिमांड दी है। प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों ने उनकी 14 दिन की रिमांड मांगी थी। शुक्रवार देर रात तक रानू साहू के देवेंद्र नगर स्थित सरकारी आवास में टीम ने छापेमारी की थी। इसमें मिले अहम सबूतों के मुताबिक रानू साहू करोड़ों रुपए के हेरफेर में शामिल थीं, फिलहाल मामले की जांच जारी है।
रानू साहू छत्तीसगढ़ की दूसरी आईएएस ऑफिसर हैं जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया। इससे पहले आईएएस समीर विश्नोई गिरफ्तार हो चुके हैं और कोल स्कैम के मामले में फिलहाल रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद है। रानू साहू वर्तमान में कृषि विभाग में संचालक के पद पर पदस्थ थीं। इससे पहले रानू रायगढ़ व कोरबा जिले की कलेक्टर रह चुकी हैं।पिछले साल ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और कोल अवैध वसूली मामले में रानू साहू के कलेक्टर रहते हुए छापेमारी कार्रवाई की थी। रानू साहू के मायके में ईडी ने दबिश दी थी। साहू के गांव पाण्डुका, गरियाबंद जिले में छापा पड़ा था। वहीं सारंगढ़ स्थित उनके ससुराल में भी छापा मारा था। साहू के परिजन राजनीति से जुड़े हैं। जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और कांग्रेस नेता शैलेंद्र साहू के घर टीम घुसी थी। लक्ष्मी साहू कलेक्टर रानू साहू की मां हैं। वहीं शैलेंद्र साहू उनके चचेरे भाई हैं।
दो महीने पहले कोल मामले में ईडी ने आईएएस अफ सर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति अटैच की थी। तब प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिनमें लग्जरी गाडिय़ां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है। यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्र देव राय के पास से की गई थी। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।ईडी ने शुक्रवार को रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा और राजनांदगांव में कारोबारियों और अफ सरों के घर दबिश दी थी। रायपुर व रायगढ़ में सड़क ठेकेदार व भाजपा नेता सुनील रामदास अग्रवाल के जोरा स्थित अनुपम नगर के घर में भी टीम पहुंची थी। कोरबा में निगम कमिश्ननर प्रभाकर पांडेय के घर पर सुबह पांच बजे से पांच सदस्यीय टीम छानबीन की। वहीं रायपुर में एक कांग्रेसी नेता और राजनांदगांव में आदिवासी विकास विभाग के सहायक संचालक के घर पहुंची थी। संभावना है कि ईडी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है।