बीजापुर 30 सितंबर 2023/महिला बाल विकास, यूनिसेफ और विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी के तकनीकी सहयोग से संवेदनशील पालकत्व परवरिश के चैम्पियन कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है |
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए ECCE (प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा ) पर क्षमता वर्धन करना और पालकों की संवेदनशील की समझ विकसित करना हैं| इसी परिप्रिक्षेय में महिला बाल विकास विभाग बीजापुर द्वारा सभी 1146 कार्यकर्ताओ का संवेदनशील पालकत्व परवरिश के चैम्पियन कार्यक्रम का प्रशिक्षण जिला बीजापुर में विभिन्न जगह पर परियोजना स्तर पर किया गया |समापन के अवसर पर परियोजना अधिकारी श्री बालेंदु देवांगन ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की हम प्रशिक्षण में अपनी सक्रियता से सहभागिता का परिणाम क्षेत्र में दिखेंगे | यह प्रशिक्षण पालकों को अपने बच्चों के पालन पोषण और उनकी देखभाल में बहुत मददगार साबित होने वाला हैं| माता -पिता बच्चें के पहले शिक्षक होते हैं| संवेदनशील पालकत्व सिखाता कि माता पिता व परिवार के सभी सदस्यों को विशेषकर शुरुआती कुछ वर्षो में बच्चे के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान देने की जरुरत हैं। जिला समन्वयक ( विक्रमशिला ) जगत मल्होत्रा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओ द्वारा प्रत्येक माह में 2 पालक बैठक किया जाना हैं| पालकों की भूमिका परवरिश के चैम्पियन वर्णमाला के 48 अक्षरों से बने जैसे “क से कहानी , ख से खेल , ग से गोदी और घ से घर का काम के बारे में चर्चा किया गया | इस दौरान चैम्पियन किट जिसमें मार्गदर्शिका पोस्टर गतिविधियाँ पुस्तिका वीडियो आदि के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया |गतिविधियों आधरित इस प्रशिक्षण में विभिन्न तकनीकों समूह चर्चा प्रदर्शन रोल प्ले गीत खेल क्विज का उपयोग किया गया | इस प्रशिक्षण में बीजापुर महिला एवं बाल विकास जिला अधिकारी श्री लूपेंद्र महिनाग ,सभी परियोजना अधिकारी राजकुमार उसेंडी कांता कुमार,एवं सभी सुपरवाइजर और कार्यकर्ता सम्मिलित हुई |