रायगढ़ :- ग्राम पंचायत उरबा थाना एवं तहसील तमनार के ग्रामीणों ने जिलाध्यक्ष महोदय को आवेदन देकर आरोप लगाया है कि ग्राम के सरपंच रामदुलारी राठिया, सचिव रविन्द्र निषाद एवं ग्राम पटेल लालसाय राठिया ने अवैधानिक रूप से एसईसीएल को कोयला खनन परियोजना के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस परियोजना में कुल 2077.935 हेक्टेयर भूमि शामिल है, जिसमें 362.109 हेक्टेयर वन भूमि और 1715.826 हेक्टेयर गैर वन भूमि आती है, जिसे प्रति वर्ष 15 मिलियन टन क्षमता की खुली खदान परियोजना के संचालन हेतु मंजूरी दी गई है।
ग्रामीणों के अनुसार, यह एनओसी बिना ग्रामसभा की विधिवत बैठक आयोजित किए ही 13 अक्टूबर 2025 को एसईसीएल को प्रदान कर दी गई। जबकि उसके अगले दिन 14 अक्टूबर को जल्दबाज़ी में ग्रामसभा बैठक आयोजित करने का दावा किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि इस बैठक की जानकारी न तो ग्रामसभा अध्यक्ष रामधन राठिया को दी गई और न ही गांव के निवासियों को। ग्रामसभा रजिस्टर में अध्यक्ष के जाली हस्ताक्षर करने का भी आरोप लगाया गया है।
ग्रामवासियों ने कहा कि जब उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी मिली, तब उन्होंनेसरपंच–सचिव और ग्राम पटेल से शिकायत की, जिसके बाद आनन-फानन में बिना सूचना दिए बैठक आहूत दिखा दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में वे पहले भी एसईसीएल तथा कलेक्टर रायगढ़ को कई बार लिखित शिकायतें दे चुके हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अवैध रूप से जारी एनओसी को तत्काल निरस्त किया जाए तथा ग्रामसभा की मीटिंग में हुई अनियमितताओं और जाली हस्ताक्षर के मामले में सरपंच, सचिव और ग्राम पटेल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनके आवेदन पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आगे आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे।

