एमसीबी/ 22 अप्रैल 2025/ जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के विकासखंड भरतपुर के ग्राम तिलौली में हर घर तक जल जीवन मिशन के तहत नल से जल को पहुंचाने का सपना साकार हो चुका है। जल जीवन मिशन के तहत इस बस्ती के लोगों को अब स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की सुविधा मिल रही है। इस ऐतिहासिक और क्रांतिकारी पहल से ग्रामीणों के जीवन में व्यापक बदलाव आया है और इसकी एक मिसाल ग्राम तिलौली की निवासी शांति देवी की प्रेरणादायक कहानी है।
शांति देवी एक सामान्य ग्रामीण महिला हैं, जिनका जीवन कभी पानी के लिए संघर्ष में बीतता था। अपने परिवार के लिए पानी लाने उन्हें लंबी दूरी तय कर खेतों के रास्ते हैंड पंप तक जाना पड़ता था। यह प्रक्रिया न केवल उनके कीमती समय को बर्बाद करता था, बल्कि उनके परिवार के स्वास्थ्य जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शुरू हुए जल जीवन मिशन से शांति देवी और उनके परिवार की जिंदगी बदल गई है। जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत के सभी दूर-सुदूर गाँवों के हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुँचाना है। जिसके लिए केंद्र सरकार 3 लाख 60 हजार करोड़ रूपए खर्च कर रही है। यह मिशन न केवल पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि जल संरक्षण, प्रदूषण रहित जल की पहचान, और जल प्रबंधन जैसे कार्यों पर भी काम कर रहा है।
*गांव में वर्षों तक रही पानी की समस्या*
तिलौली जैसे दुर्गम क्षेत्रों में लंबे समय तक स्वच्छ पानी की व्यवस्था न होने के कारण लोग प्राकृतिक जल स्रोतों और छोटे मोटे कुओं और नाले पर निर्भर थी। इन स्रोतों की स्वच्छता और उपलब्धता अक्सर अनियमित रहती थी। जिससे जल जनित बीमारियां और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आम थी। महिलाओं और बच्चों को पानी भरने के लिए घंटों लंबी दूरी तय करनी पड़ता था। जिससे उनकी शिक्षा और दैनिक जीवन भी प्रभावित होता था।
*स्वच्छ पानी ने बदली ग्रामीणों की जिंदगी*
जल जीवन मिशन के प्रभाव ने तिलौली के लोगों के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव लाया है। अब ग्रामीणों को पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़ता। महिलाओं और बच्चों का समय और श्रम की बचत होती है, वे लोग अपना समय अब शिक्षा, खेती और अन्य उत्पादक कार्यों में लगा रहे हैं। स्वच्छ पेयजल ने जल जनित बीमारियों की घटनाओं को काफी हद तक कम कर दिया है। शांति देवी ने इस योजना का व्यक्तिगत रूप से लाभ उठाया और इसे ग्रामीणों के लिए जीवन बदलने वाला अनुभव बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा यह पहल हमारे जैसे गांवों को आत्मनिर्भर और स्वस्थ बना रही है। अब हमारा जीवन पहले से कहीं ज्यादा सरल और सुरक्षित हो गया है।
*प्रेरणा का स्रोत बना गांव तिलौली*
तिलौली की सफलता अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है। जल जीवन मिशन योजना ने साबित किया है कि सही दिशा में किए गए ठोस प्रयासों से ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर, सशक्त और स्वस्थ बनाया जा सकता है। यह कहानी केवल सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की नहीं, बल्कि गांव वासियों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया एक बड़े कदम है। ग्राम तिलौली अब पूरे जिले के लिए एक मॉडल गांव के रूप में उभर रहा है।
जल जीवन मिशन ने बदली ग्रामीण महिला की जिंदगी
