स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत स्वच्छ फूड स्ट्रीट वेंडर्स कार्यशाला का हुआ आयोजन
रायगढ़। शनिवार की दोपहर नगर निगम सभाकक्ष में स्वच्छता ही सेवा, संस्कार स्वच्छता, स्वभाव स्वच्छता के अंतर्गत शहर के स्ट्रीट वेंडर्स के लिए स्वच्छ फूड विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस दौरान उपस्थित सभी वेंडर्स ने अपने संस्थानों में हाइजीनिक का पूरा ध्यान रखने, सुखा एवं गीला कचरा के लिए दो डस्टबीन का उपयोग करने और संस्थान से उत्पन्न कचरा को निगम के वाहनों को ही देने की बात कही।
दोपहर 12:00 बजे से निगम सभाकक्ष में कार्यक्रम शुरू हुआ। सबसे पहले शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक श्री केदार पटेल ने स्वच्छता ही सेवा अभियान, स्वच्छ सर्वेक्षण की जानकारी वेंडर्स को दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने ठेला, गुमटी आदि संस्थाओं में हाइजीनिक का पूरा ख्याल रखें। संस्थान से उत्पन्न होने वाले कचरे को डस्टबिन में एकत्रित रखें और निगम के वाहनों को ही कचरे को दें। उपायुक्त श्री सुतीक्ष्ण यादव ने कहा कि सभी स्ट्रीट वेंडर्स को डस्टबिन का उपयोग करना अनिवार्य है।कचरा डस्टबिन में ही रखें और सुखा एवं गीला कचरा के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखें। दुकानों में आने वाले ग्राहकों को डस्टबिन में ही कचरा रखने के लिए कहें। कार्यपालन अभियंता श्री अमरेश लोहिया ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स शहर के सभी मुख्य स्थान पर अपना व्यवसाय करते हैं और इन चौक चौराहों पर की स्वच्छता की जिम्मेदारी इन्हीं की होती है। ज्यादातर चौक चौराहों में कचरा वहां ठेला, गुमटी लगाने वालों के माध्यम से ही उत्पन्न होते हैं। इस दौरान उन्होंने सभी स्टेट वेंडर से कचरा नहीं फैलाने और कचरे का विधिवत प्रबंधन करने के लिए निगम के वाहन को ही कचरा देने की अपील की। उप अभियंता श्री ऋषि राठौर ने सिंगल यूज कैरीबैग प्लास्टिक के उपयोग पर सभी का ध्यान केंद्रित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक कैरीबैग अनंत काल तक रहने वाले कचरे में से एक है। उन्होंने कहा ग्राहकों के मांगने पर सिंगल यूज प्लास्टिक कैरीबैग में सामानों की बिक्री करते हैं, लेकिन ग्राहक या शहरवासी सामान का उपयोग करने के बाद कैरीबैग को फेंक देते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक कैरीबैग कभी भी खत्म नहीं होता है, वह अनंत काल तक कचरे के रूप में जमा रहता है, इसलिए उन्होंने कैरीबैग का उपयोग नहीं करने कपड़ा अथवा कागज के ठोंगा का उपयोग करने की सभी स्टेट वेंडर्स से अपील की। इस दौरान स्ट्रीट वेंडर्स ने अपने संस्थानों में सुखा एवं गीला कचरा के लिए दो डस्टबिन रखने, कपड़े का थैला अथवा कागज से बने ठोंगा का उपयोग करने और सिंगल यूज प्लास्टिक कैरीबैग का उपयोग पूर्ण रूप से बंद करने की बात कही। कार्यशाला के दौरान सभी स्टेट वेंडर्स को स्वच्छ सर्वेक्षण, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आदि की भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में सभी को स्वच्छता के लिए साल में 100 घंटे श्रमदान करने और इससे 100 लोगों को जोड़ने, उन्हें भी श्रमदान के लिए प्रेरित करने को शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में 200 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स, निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।