सक्ती 7 मार्च 2024/ सक्ती जिले से कुपोषण मुक्ति हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला पर्यवेक्षक सतत प्रयास कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार 4 नवंबर 2022 को स्थानांतरण डभरा परियेाजना से सक्ती में पदभार ग्रहण करने के बाद सक्रियता से कार्य करते हुए श्रीमती भावना नेताम ने समस्त येाजनाओं मुख्यमंत्री बाल संदर्भ,पोषण पुनर्वास केंद्र, मुख्यमंत्री सुपेाषण अभियान में कुपेाषण मुक्ति हेतु सतत् प्रयास किया है। इन 2 वर्षों के कार्यकाल में इनके द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत् निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण कार्य किया जाता रहा है। योजनाओं के सफल क्रियान्वयन व लक्ष्य पूर्ति हेतु नियमित गृहभेंठ कर गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजा जाता रहा है। 45 से अधिक बच्चों को स्वास्थ्य लाभ दिलाया जा चुका है। 1 स्व सहायता समूह को छ.ग.महिला कोष से ऋण प्रदान कराया गया। महिला जागृति शिविरों के सफल संचालन के साथ कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण व प्रचार प्रसार व महिला सशक्तिकरण कुपोषण मुक्ति में रिपोर्टिग हेतु नवाचार, यूनीसेफ की टीम के साथ सुपोषण चैपाल व राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान स्थानीय त्यौहारों व हाट बाजार, पोषण व्यंजन प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रमों का सफल आयोजन विशेष रुचि व सक्रियता से करती रही हैं।
योजनाओं के लक्ष्यपूर्ति के लिए उच्चअधिकारियों व अन्य विभागों से सतत् समन्वय बनाकर तत्परता से कार्य करती रही हैं। कार्य कुशलता व वाकपटुता व अपने 13 साल के अनुभवों से परिक्षेत्र में अपनी अलग छबि रखते हुए महतारी वंदन योजना में 4844 आवेदनों की एन्ट्री, सुधार सत्यापन का कार्य कराया गया। साथ ही कुपोषण मुक्ति 4 प्रतिशत गंभीर कुपोषण से 2 प्रतिशत का गिरावट इनके द्वारा लाया गया। पूर्ण निष्ठा से कार्य कर रही समस्त योजनाओं में अधिक से अधिक हितग्राहिओं को लाभ दिलाकर विभाग का नाम रोशन किया।
जिले से कुपोषण मुक्ति हेतु महिला पर्यवेक्षक कर रही सतत प्रयास
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