रायगढ़, 24 जनवरी 2024/ पी.सी.पी.एन.डी.टी.एक्ट के अंतर्गत 24 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर माईकिंग, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग, पेटिंग प्रतियोगिता आदि के माध्यम से जनसमुदाय में जागरूकता हेतु कार्यक्रम आयोजित कर जानकारी दी गई कि बालक और बालिका में भेदभाव की भावनाओं के नाश के लिए बालिका शिशु को उसका अधिकार दिलाने के लिए तथा लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 24 जनवरी को भारत सरकार राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य बालिका को नए अवसर दिलाना तथा इस विषय में लोगों की सोच बदलना है। इस दिन समाज सुधारक, नेता, एन.जी.ओ. तथा अन्य सज्जन लोग बालक तथा बालिका में व्याप्त भेद को मिटाने की शपथ लिया गया हैं। इस दिन राज्यों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कार भी दिया जाता है। इस दिन समाज के लोगों को बालिका शिशु के महत्व के बारे में जागरूक किया गया है। राष्ट्रीय बालिका दिवस के माध्यम में से भारत सरकार लिंगानुपात को सुधारने का भी प्रयास कर रही है। इस दिन बालिका शिशु के स्वास्थ्य, शिक्षा, सम्मान, पोषण तथा अन्य कई मुद्दों पर चर्चा किया गया है। देश के विकास के लिए यह जरूरी है कि हर बालिका को उसका अधिकार मिले तथा लिंग समानता को भी प्रचारित किया जाए। देश की तमाम महिलाएं इस दिन के कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती है ताकि लड़कियों को सशक्त, सुरक्षित तथा बेहतर माहौल प्रदान किया जा सके। इस दिन लोग समाज में व्याप्त दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, बाल विवाह जैसे अनेक मुद्दों से लडऩे का प्रण किया गया हैं। साथ ही पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट के तहत भू्रण लिंग परीक्षण कराया जाना अपराध है आदि के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट के अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में हुआ विविध आयोजन
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