बीजापुर 07 अक्टूबर 2023- सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री केएस मसराम ने देवगुड़ी निर्माण कार्य पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को एक सिरे से खारिज करते हुए बेबुनियाद आरोप लगाकर जिला प्रशासन की छवि को धूमिल करने की बात कही ज्ञात हो कि व्यक्ति विशेष द्वारा जिला प्रशासन की छवि को खराब करने की उद्देश्य से जिले के 19 देवगुड़ी निर्माण की राशि 56 लाख रूपए का भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। सहायक आयुक्त ने बताया की उक्त 56 लाख रूपए नियमानुसार जिले के चारों जनपद पंचायत जिसमें जनपद पंचायत बीजापुर को 23 लाख 60 हजार रूपए, जनपद पंचायत भोपालपटन को 03 लाख रूपए, जनपद पंचायत भैरमगढ़ को 12 लाख रूपए एवं जनपद पंचायत उसूर को 17 लाख 90 हजार रूपए 6 जुलाई 2023 को चेक के माध्यम से जारी किया जा चुका है। देवगुड़ी निर्माण की एजेंसी जनपद पंचायत को बनाया गया है। उनके द्वारा देवगुड़ी निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसमें किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार नहीं हुई है वहीं देवगुड़ी निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। देवगुड़ी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्वक किया जा रहा है।
बीजापुर में 3 करोड़ 49 लाख 20 हजार की लागत से 117 देवगुड़ी निर्माण हेतु स्वीकृत हुआ था। शेष 2 करोड़ 92 लाख 70 हजार की राशि इसी तरह चारों जनपद पंचायतों को 20 जुलाई 2023 की स्थिति में जनपद पंचायत बीजापुर में चेक के माध्यम से 68 लाख 80 हजार रूपए, जनपद पंचायत भोपालटनम को 77 लाख 60 हजार रूपए, जनपद पंचायत भैरमगढ़ को 89 लाख 60 हजार रूपए और जनपद पंचायत उसूर को 56 लाख 70 हजार रूपए चेक के माध्यम से सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बीजापुर द्वारा जारी किया गया है। उक्त निर्माण कार्य जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर पर की जा रही है। श्री केएस मसराम ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में आदिवासी विकास विभाग बीजापुर द्वारा किसी भी प्रकार का निर्माण संबंधी कार्य नहीं किया जा रहा है न ही किसी प्रकार का हस्तक्षेप है। नियमानुसार कार्य एजेंसी को राशि जारी की जा चुकी है जिसमें भ्रष्टाचार की बात करना बेबुनियाद है जिला प्रशासन की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से जो दुष्प्रचार किया जा रहा है जो तथ्यहीन और निराधार है।