रायगढ़/ रविवार देर रात शराब के नशे चूर मेडिकल कॉलेज में तैनात आधा दर्जन गार्डों के द्वारा मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के लिए आए मरीज के परिजनों से गाली गलौज कर जमकर लाठियां बरसाई गई जिसकी वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। मारपीट से पीड़ित परिजनों ने आधी रात चक्रधर नगर थाने में शिकायत दर्ज की तथा पुलिस के द्वारा पीड़ितों का मुलायाजा भी जा भी कराया गया लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी इस बीच आज सोमवार दोपहर 12:00 बजे के आसपास सोशल मीडिया में मारपीट की वीडियो वायरल होने लगी। वीडियो देखकर सोशल मीडिया पर अन्य पीड़ितों ने भी अस्पताल में तैनात गार्ड्स के ऊपर काफी कुछ सवाल उठाते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमे कुछ ने उन पर अभर्द्रता का आरोप लगाया है तथा कुछ लोगों ने उन्हें शराब पीकर मरीज के परिजनों से हुज्जाजबाजी करना बताया है तथा सोशल मीडिया एक्टिविस्ट उन्हें बाहरी प्रांत का भी बता रहे हैं। जो हमेशा आम लोगों से गुंडागर्दी करते रहते हैं। वायरल वीडियो पर लोग तेजी से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और करने वाले गार्ड एजेंसी को वहां से तत्काल हटाने की मांग उठ रही है। इस बीच इस मामले में देर शाम को एक नया मोड़ आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मारपीट के वायरल वीडियो में जो पीड़ित पक्ष हैं पक्ष तथा मेडिकल कॉलेज में तैनात सुरक्षा गार्ड्स के बीच आपसी समझौता होना बताया जा रहा है? ऐसे में लाठियां बरसाने के मामले पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं क्या मरीज के पीड़ित परिजनों पर कोई दबाव या प्रलोभन देकर मामले की लीपापोती तो नहीं की गई? घटना के तुरंत बाद एफआईआर दर्ज ना होना पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान है?
बहरहाल सोशल मीडिया पर इस घटना की वीडियो वायरल हो रही है तथा वीडियो देखकर लोग आक्रोशित नजर आ रहे हैं भले ही मेडिकल कॉलेज के इस मामले में आपसी समझौता हो गया हो? ऐसी घटनाओं का शहर में घटित होना समाज के लिए घातक है। गौरतलब हो कि बीते दिनों मीना बाजार के अंदर चाकू बाजी की घटना हुई थी जिसमें सूत्रों की माने तो पीड़ित पर दबाव बनाते हुए लेनदेन कर आपसी मामला खत्म कर दिया गया तथा कुछ माह पहले कोतवाली में दो गुटों के द्वारा घातक हथियार लहराते के बाद दोनों गुटों के आपसी सुलह होने पर पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी?