रायगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता रिंकी पांडेय ने बयान जारी कर कहा है कि विधानसभा चुनाव में मोदी की गारंटी, और विकास एवं कानून व्यवस्था के नाम पर वोट मांगकर एवं कांग्रेस सरकार की नाकामी का दुष्ट प्रचार कर हमारे छत्तीसगढ़ के भोले भाले जनता को गुमराह कर सत्ता में आई भाजपा के सरकार बनने के 15 महीने के अंदर ही दिखने लगा। कोई वर्ग ऐसा नहीं जो भाजपा के कुशासन से दुखी नहीं है। महिला हो या पुरुष, गरीब हो या अमीर, हर वर्ग, हर तबका भाजपा के कुशल एवं अत्याचार से पीड़ित है। ऐसे में भाजपा अपने आईटी सेल माध्यम से गलत प्रचार करते नजर आ रही है कि छत्तीसगढ़ में विकास की गंगा एवं हर वर्ग खुश नजर आ रहा है। जबकि धरातल पर कुछ अलग है।
कहां गया बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा ?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था जिसमें लाखों नहीं करोड़ों रुपए खर्च हुए। ऐसी विडंबना है कि भाजपा के ही सरकार में ही बेटियां असुरक्षित है और सरकार सुरक्षा करने में असमर्थ है। इसका जीता जागता उदाहरण है 6 वर्ष की बच्ची के साथ होने वाली दरिंदगी। भाजपा सरकार केवल बातें करना जानती है, जमीनी इस्तर पर इनके कोई कार्य फलीभूत नहीं होते दिखाई दे रहे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा सिर्फ़ नारा बन कर रह गया है। भाजपा सरकार में आए दिन लगातार प्रदेश में अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। प्रदेश की साय सरकार नाकाम होते नजर आ रही है।
आपराधिक मामलों में हो रहा इजाफा :
छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। यहां की भोली भाली जनता को झूठे सपने दिखा कर झूठे वादे करते हुए वोट की राजनीति करने वाली भाजपा सरकार ने वोट हासिल किया है। अब वही जनता इनके फैसले से परेशान है। प्रति दिन छत्तीसगढ़ में अपराधों में बढ़ोत्तरी मारपीट-हत्या जैसे मामले में इजाफा होते जा रहा है।
भाजपा सरकार में महिला असुरक्षित
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महिलायें इस सरकार में अपने आपको असुरक्षित महसुस कर रही है। भाजपा शासन काल में कुछ दिन पूर्व की घटना है, जब रक्षाबंधन के दिन महिला के साथ हैवानियत को अंजाम दिया गया था। कोरबा में हुए एक छोटी बच्ची के साथ जो ट्यूश। टीचर द्वारा किया गया और अब दुर्ग में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की घटना बच्ची तक को नहीं बख्शा जा रहा, जो चिंतनीय है।
ये हो क्या रहा है छत्तीसगढ़ में
यह कैसा छत्तीसगढ़ विकास हो रहा है, यह कैसा छत्तीसगढ़ बनाया जा रहा है। आखिर यह कैसा छत्तीसगढ़ बना रहे हैं मुख्यमंत्री जी जिसमें महिलायें-बच्चियाँ तक सुरक्षित नहीं है। भाजपा राज में बेटी बचाओ सिर्फ एक नारा बनकर रह गया है।
महंगाई झेलने सभी वर्ग मजबूर
उज्ज्वला योजना के नाम पर गरीबों का मसीहा बनकर केंद्र और राज्य में सत्ता में आई भाजपा आए दिन पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी तो करती आई है, लेकिन इस बार अमीरी और गरीबों को दरकिनार कर महिलाओं के किचन में ही डाका डाल दिया। उज्जवला गैस में ₹50 की बढ़ोत्तरी कर गरीब महिलाओं के ऊपर जुल्म कर दिया। मानो उन पर पहाड़ टूट गया हो। जो महिलाएं एवं गरीब प्रतिदिन मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं, ऐसे में उनके ऊपर अतिरिक्त बोझ डालना कहां तक उचित है। राज्य में भाजपा की सरकार है, लेकिन महंगाई से राहत के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। महंगाई चरम पर है। खाने से लेकर हर सामानों के मूल्यों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
कहां गई भाजपा की गारंटी :
भाजपा की गारंटी कितने हद तक सही साबित हो रही है। भाजपा सरकार अपने वादों को ही भूल चुकी है। नशा मुक्त करने की बात कह कर वोट लेने वाली सरकार जो छत्तीसगढ़ को नशाखोरी से मुक्त करने की बात करती थी आज स्वयं ही छत्तीसगढ़ को नशाखोरी की ओर धकेलने की तैयारी में है। इसका उदाहरण भाजपा सरकार द्वारा 67 नई शराब दुकानें खोलने का फ़ैसला है। भाजपा के इस फैसले से महिलाओं में आक्रोश है।
कहां है मोदी की गारंटी :
विधानसभा चुनाव के घोषणा भाजपा के द्वारा जोर-शोर से मोदी की गारंटी को लेकर या मोदी है तो मुमकिन है, का नारा एवं प्रचार कर सत्ता में आई। आज भी मोदी की गारंटी की बात करती है, लेकिन राज्य सरकार यह भूल गई कि मोदी की गारंटी के घोषणा पत्र के तीसरे या चौथे नंबर पर सचिवों के शासकीयकरण की बात लिखी गई है, लेकिन कई दिनों से प्रदेश के भारी संख्या में सचिव पटल पर बैठे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आज कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है। जबकि जनपद और पंचायत में नई-नई सरकार बनी है। लोगों को सरकार से काफी उम्मीद थी लेकिन राज्य सरकार की अड़ियल रवैया की वजह से कोई कार्य नहीं हो पा रहा है।