खैरागढ़, 14 मार्च 2024//भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप वित्तीय वर्ष 2022 से 2027 के दौरान क्रियान्वयन के लिए केन्द्र प्रायोजित योजना ‘उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अनुमोदित है। कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा के मुख्य आतिथ्य में इसी महा अभियान को लेकर संकुल समन्वयकों की बैठक सह कार्यशाला का आयोजन विज्ञान भवन में किया गया। इस दौरान उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन से लेकर वर्तमान यात्रा तक के संस्मरण को बहुत सरल तरीके से सामने रखा। उन्होंने वर्तमान में शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा सभी का भूलभूत अधिकार हैं और इसके लिए शिक्षा विभाग ईमानदारी से कार्य करने की आवशकता है। कलेक्टर श्री वर्मा ने गरियाबंद जिले के अपने शिक्षक सहित अन्य सभी शिक्षकों को याद करते हुए कहा कि उनका योगदान मेरे लिए अविस्मरणीय है।
केसीजी जिले की सहायक संचालक एवं साक्षरता कार्यक्रम के डीपीओ डॉ. श्रीमती रश्मि अशोक खरे के निर्देशन में ‘जनजन साक्षर’ महाअभियान चलाया जा रहा है। इस संबंध में
साक्षरता डीपीओ श्रीमती खरे ने साक्षरता कार्यक्रम के पाँच घटकों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिला केसीजी के लिए सन 2030 तक संपूर्ण साक्षरता का लक्ष्य रखा गया है। जिसे लेकर उल्लास नवभारत साक्षरता के तहत 17 मार्च को महापरीक्षा आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा ने सभी शिक्षकों को मतदान करने हेतु शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारीद्वय सुश्री नीलम राजपूत (खैरागढ़), श्री रामेंद्र डड़सेना, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री किशोरी लाल अमेला, श्री गिरेन्द्र सुधाकर, बीआरसी श्री सुजीत चौहान, श्रीमती किरण सिंह, डॉ.विमाष पाठक सहित जिले के सभी संकुल समन्वयक उपस्थित थे।