बीजापुर – 15 सितबर 2023/ महिलाओं को रोजगार से जोड़कर आर्थिक रूप मजबूत बनाने में ग्रामीण औघोगिक पार्क अर्थात रीपा महत्तवपूर्ण भूमिका निभा रही है । जिले में 8 रीपा संचालित है जहां महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर नए उत्पाद बनाने सीख कर रोजगार से जुड़ रही है। वहीं तैयार उत्पादों को विक्रय कर आमदनी भी प्राप्त कर रही है। मुर्गी दाना, ऑयल प्रोसिसिंग, गोबर पेंट, दोना-पत्तल, फेसिंग तार, खाद्य मसाला,पापड़ आदि कई छोटे बड़े उघोग हैं। जिनसे जुड़कर महिलाएं काफी खुश हैं। आदिवासी क्षेत्र की इन महिलाओं ने तेजी से अब उघोग की ओर कदम बढ़ा रही हैं।
ग्राम पंचायत गदामली के आश्रित ग्राम मिंगाचल के ग्रामीण औघौगिक पार्क में। यहां मां दंतेश्वरी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मुर्गी दाना यूनिट की शुरूआत की है। 5 लाख रूपये की लागत से व्यापार शुरू करने पर महिलाएं बहुत खुश हैं। समूह की अध्यक्ष श्रीमती देवकी ठाकुर का कहना है कि मिंगाचल रीपा में मुर्गी दाना उत्पादन इकाई से जुड़कर हम सभी महिलाएं बहुत खुश हैं। यह रीपा योजना हमें एक स्थान पर शासकीय योजनाओं से जोड़कर हमारी गरीबी उन्मूलन करने में सहायक हो रही है।
उसी प्रकार गंगालूर रीपा में रूपा स्व सहायता समूह की महिलाएं तार फेसिंग युनिट,ऑयल प्रोसिसिंग यूनिट, मिंगाचल रीपा में निधि स्व सहायता समूह द्वारा गोबर पेंट यूनिट, पुसनार में जय भैरम बाबा समूह द्वारा दोना पतल निर्माण का सफल संचालन कर रही हैं।
महिलाओं के उघोग की ओर बढ़ रहे कदम
