अमृत मिशन योजना के तहत निर्मित पानी टंकी और सार्वजनिक हित की सुविधाओं पर खतरा, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा आपत्ति पत्र
रायगढ़ :- रायगढ़ जिले के पुसौर तहसील अंतर्गत ग्राम बरमुड़ा (वार्ड क्रमांक-43) के ग्रामीणों ने एक गंभीर मुद्दे को लेकर जिला कलेक्टर को आपत्ति पत्र सौंपा है। ग्रामीणों ने न्यायालय तहसीलदार पुसौर द्वारा दिनांक 06 जुलाई 2025 को जारी एक ईश्तहार के विरोध में आवाज उठाई है, जिसमें ग्राम की खसरा नंबर 194/2, रकबा 3.645 हेक्टेयर भूमि के तबादले का प्रस्ताव प्रकाशित किया गया है।
इस प्रस्ताव के अनुसार, रायगढ़ निवासी शिव अग्रवाल द्वारा उक्त भूमि को ग्राम धनुहारडेरा स्थित खसरा नंबर 117/11 और 117/12 की भूमि के बदले स्थानांतरित करने का आवेदन दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह स्थानांतरण निजी स्वार्थों के तहत किया जा रहा है और इससे ग्राम के सामुदायिक हित प्रभावित होंगे।
- Advertisement -
जनहित की भूमि को बचाने की मांग
ग्रामवासियों ने बताया कि प्रस्तावित तबादले की जमीन पर बच्चों के लिए खेल मैदान, लघु उद्यान और सामुदायिक भवन निर्माण की योजना है। यही नहीं, इसी भूमि पर नगर निगम रायगढ़ द्वारा अमृत मिशन योजना के अंतर्गत एक पानी टंकी का निर्माण भी किया गया है, जिससे पूरे वार्ड को जल आपूर्ति होती है। ग्रामीणों ने इस बात पर भी रोष जताया कि आवेदक की कंपनी “जगदम्बा ट्रेलर्स” इस भूमि के नजदीक स्थित है और कंपनी विस्तार के उद्देश्य से यह स्थानांतरण प्रस्तावित किया गया है।
धार्मिक और सामाजिक स्थल भी इसी भूमि में स्थित
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि खसरा नंबर 194/2 में ही डिपापारा बस्ती बसी हुई है, जहाँ शनि मंदिर और कबीर मंदिर जैसे धार्मिक स्थल मौजूद हैं। ऐसे में यदि यह भूमि किसी अन्य स्थान के बदले तबादला होती है, तो ग्रामवासियों की धार्मिक आस्था और सामाजिक ढाँचे को भारी नुकसान पहुंचेगा।
ग्रामीणों की स्पष्ट मांग: तबादला प्रस्ताव हो निरस्त
ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से अपील की है कि इस स्थानांतरण प्रक्रिया को तत्काल निरस्त किया जाए और ग्राम के विकास व जनहित को प्राथमिकता दी जाए। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि वे इस भूमि के बदले कोई अन्य भूमि नहीं चाहते, बल्कि इसी जमीन पर प्रस्तावित योजनाओं को यथावत बनाए रखने की मांग करते हैं।