एमसीबी :- 08 जुलाई 2025/* स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में प्लास्टिक मुक्त समाज की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग के सहयोग से जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में एक दिवसीय विशेष अभियान चलाया गया। जिसमें जिले भर के लगभग 15000 छात्र-छात्राओं ने घर-घर से निकलने वाले एकल उपयोगी प्लास्टिक के एकत्रीकरण हेतु व्यापक स्तर पर भागीदारी की। इस अभिनव पहल में न केवल छात्र-छात्राएं पूरे उत्साह के साथ आगे आए बल्कि उनके अभिभावकों ने भी बच्चों का भरपूर सहयोग कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
*कपड़े के थैले, कागज के ठोंगे तथा दोना-पत्तल के उपयोग पर दिया विशेष जोर*
बच्चों ने अपने घरों से अनुपयोगी प्लास्टिक की बोतलें, पॉलीथीन की थैलियां एवं अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक अपशिष्ट एकत्रित कर उन्हें विद्यालय लाया। जहां प्लास्टिक संग्रहण के पश्चात विद्यालय स्तर पर स्वच्छता संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। संगोष्ठी में शिक्षकों ने बच्चों को प्लास्टिक के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए पर्यावरण प्रदूषण और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से इसके संबंध को समझाया तथा दैनिक जीवन में कपड़े के थैले, कागज के ठोंगे, दोना-पत्तल जैसे पर्यावरण अनुकूल विकल्पों के उपयोग के लिए प्रेरित किया।
*844 किग्रा. सिंगल यूज प्लास्टिक के लिए 15000 बच्चों ने किया सहयोग*
छात्रों की इस पहल ने प्रदेश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है क्योंकि पहली बार ऐसा हुआ जब एक ही दिन में लगभग 15000 बच्चों ने 844 किलोग्राम सिंगल यूज़ प्लास्टिक एकत्रित कर स्वच्छाग्राहियों को सौंपा और आमजन से प्लास्टिक के प्रभावी प्रबंधन एवं इसके उपयोग को त्यागने की अपील की। यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है बल्कि जन जागरूकता के क्षेत्र में विद्यार्थियों की सशक्त भूमिका को रेखांकित करता है।
छात्र-छात्राओं की अनोखी पहल, एक दिन में जुटाए 844 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक
