सरकार की वादाखिलाफी से नाराज़, मांगें पूरी न होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी।
रायपुर – लैलूंगा :- राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था का आधार कही जाने वाली मितानिनें अब सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की तैयारी में हैं। 2023 के चुनावी वादों को अब तक लागू न करने से आक्रोशित मितानिन, प्रशिक्षक, फैसिलिटेटर और ब्लॉक कोऑर्डिनेटर 7 अगस्त से नवा रायपुर के ग्राम तुता में अनिश्चितकालीन कामबंद-कलमबंद आंदोलन शुरू करेंगी। इससे पहले 29 जुलाई को राज्यस्तरीय सांकेतिक प्रदर्शन कर सरकार को अंतिम चेतावनी दी जाएगी।
लैलूंगा में गूंजा विरोध…
रायगढ़ जिले के लैलूंगा ब्लॉक में 500 से अधिक मितानिनों ने “NHM में सविलियन चाहिए” और “50% वेतन वृद्धि लागू करो” जैसे नारों के साथ जोरदार प्रदर्शन किया। तख्तियों और पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं सरकार को चेताती नजर आईं कि अब और अनदेखी नहीं सहेगी। उनकी मांग है कि मितानिनों का NHM में नियमितीकरण किया जाए और 50% मानदेय वृद्धि तत्काल लागू हो ।
13 महीनों से वेतन संकट…
मितानिनों का आरोप है कि पिछले एक साल से वेतन भुगतान अनियमित है। 3-4 माह में एक बार मिलने वाले मानदेय से जीवनयापन कठिन हो चुका है। निजी संस्था के हाथों NHM संचालन सौंपे जाने से असुरक्षा की भावना बढ़ी है।
आंदोलन का असर….
गर्भवती महिलाओं की देखरेख, नवजात की निगरानी, टीकाकरण, दवा वितरण जैसे ग्रामीण स्वास्थ्य कार्य प्रभावित होंगे। गांव-गांव की स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने का खतरा है।
मुख्यमंत्री से सीधी अपील….
संघ ने मुख्यमंत्री विष्णु साय को पत्र लिखकर चुनावी वादों पर अमल की मांग की है। चेताया है कि जल्द निर्णय न हुआ तो रायपुर की सड़कों पर हजारों मितानिनें डेरा डालेंगी।
अब नहीं तो कभी नहीं की हुंकार के साथ मितानिनें आर-पार की लड़ाई में उतर चुकी हैं। सरकार की अगली प्रतिक्रिया तय करेगी कि यह आंदोलन कितना व्यापक रूप लेता है।

