सक्ति :-राजस्व प्रकरण के निराकरण के बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में जैजैपुर तहसीलदार एन.के. सिन्हा को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई बिलासपुर के संभागीय आयुक्त द्वारा की गई है। निलंबन की अवधि में उन्हें मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय सक्ती में उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
खुलेआम रिश्वत की मांग:
तहसीलदार एन.के. सिन्हा पर आरोप था कि वे राजस्व संबंधी मामलों के निराकरण के लिए आम जनता से खुलेआम पैसे की मांग करते थे। इसी सिलसिले में 24 मार्च 2025 को दिलीप कुमार नामक व्यक्ति द्वारा दुर्गेश सिदार के खाते में 15 हजार रुपये और 26 मार्च 2025 को 5 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए। यह पूरा मामला एक वीडियो के जरिए सामने आया, जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ।

संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई:
वीडियो वायरल होने के बाद तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उनसे स्पष्ट जवाब मांगा गया था कि उन्होंने रिश्वत क्यों ली। परंतु तहसीलदार एन.के. सिन्हा द्वारा दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, जिसके चलते उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई।
इस मामले ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन अब सख्त रवैया अपना रहा है और किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।

