खरसिया :- प्रदेश में खाद्य (यूरिया व डीएपी) की लगातार कमी से परेशान किसानों की समस्याओं को लेकर खरसिया विधायक उमेश नंद कुमार पटेल के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को खरसिया तहसील कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए खाद की आपूर्ति दुरुस्त करने की मांग की और एसडीएम प्रवीण तिवारी को ज्ञापन सौंपा।

विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पांच दिनों के भीतर खाद की आपूर्ति सुचारू नहीं की गई, तो कांग्रेस कार्यकर्ता व किसान मिलकर और बड़ा आंदोलन करेंगे।

छोटे किसान भटक रहे, बड़े किसानों को हो रही सप्लाई
विधायक पटेल ने कहा कि हालाहुली, तुरेकेला, बानीपथर सहित कई क्षेत्रों में समिति प्रबंधको द्वारा खाद वितरण में मनमानी की जा रही है। किसानों ने भी बताया कि बड़े किसानों को तो खाद आसानी से उपलब्ध हो रहा है, लेकिन छोटे और गरीब किसान खाद के लिए परेशान होकर दर-दर भटक रहे हैं।

सरकार पर गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि खेती की शुरुआत में डीएपी की कमी की गई और अब यूरिया खाद की कमी से किसानों को जूझना पड़ रहा है। विधायक का कहना है कि राज्य सरकार जानबूझकर खाद संकट पैदा कर रही है, ताकि प्रदेश में धान उत्पादन 20 से 30 प्रतिशत तक घट जाए और सरकार को धान खरीदी के दौरान अतिरिक्त बोझ न उठाना पड़े।

धान खरीदी का मुद्दा भी उठाया
विधायक पटेल ने पिछले साल की धान खरीदी का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों से धान तो 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा, लेकिन बाद में उसे 1900 रुपये प्रति क्विंटल में नीलाम कर दिया। इस तरह प्रति क्विंटल 1100 रुपये का घाटा सरकार ने खुद उठाया। अब सरकार इस नुकसान की भरपाई किसानों की कमर तोड़कर करना चाहती है, जो पूरी तरह से किसानों के साथ अन्याय है।

किसानों में आक्रोश
तहसील घेराव कार्यक्रम के दौरान किसानों ने कहा कि वर्तमान समय में खाद की सबसे ज्यादा जरूरत है। समय पर खाद नहीं मिलने से उनकी फसल प्रभावित हो रही है। सरकार की लापरवाही से धान उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है।

विधायक ने आंदोलन को किसानों की आवाज बताते हुए कहा कि कांग्रेस किसान हितों की लड़ाई लगातार लड़ेगी और सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करती रहेगी।





