खरसिया/रायगढ़ :-JSW स्टील (पूर्व मोंनेट इस्पात) में लैंड लूजर को नौकरी देने की मांग को लेकर नहरपाली, सिंघनपुर, तिलाईपाली, लोढाझर, रक्सापाली समेत 9 गांवों के प्रभावित किसानों द्वारा चल रहा कामरोको आंदोलन देर रात प्रशासन, पुलिस और जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप से समाप्त हो गया।

SDM प्रवीण तिवारी सुबह से ही आंदोलन स्थल पर डटे रहे और आंदोलनकारियों की समस्याएं सुनते हुए कंपनी प्रबंधन को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। वहीं, खरसिया विधायक उमेश नंदकुमार पटेल और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रविंद्र गवेल ने भी मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों को खुला समर्थन दिया। रविंद्र गवेल ने तो यहां तक कहा कि जरूरत पड़ी तो वह खुद भी आंदोलन में बैठेंगे।

इस दौरान खरसिया SDOP प्रभारी अनिल विश्वकर्मा, भूपदेवपुर थाना प्रभारी संजय नाग और खरसिया चौकी प्रभारी अमित तिवारी भी आंदोलन स्थल पर मौजूद रहे और आंदोलनकारियों के साथ खड़े नजर आए।
22 अगस्त तक मांगे पूरी करने का लिखित आश्वासन – लंबी त्रिपक्षीय वार्ता के बाद JSW प्रबंधन ने प्रभावितों की मांगें मानते हुए 22 अगस्त तक पात्र लैंड लूजर को नौकरी देने का लिखित वादा किया। पहले कंपनी ने केवल 32 लोगों को नियुक्ति देने की बात कही थी, लेकिन 131 प्रभावितों के दस्तावेज जांचकर पात्रों को शामिल करने पर सहमति बनी।
पृष्ठभूमि
2004 और 2012 में कंपनी के लिए भूमि अधिग्रहण के दौरान प्रभावितों को पक्की नौकरी और आदर्श पुनर्वास का वादा किया गया था। लगभग 50% को रोजगार मिला, लेकिन शेष 50% आज तक वंचित रहे। मियाद पूरी होने के बावजूद रोजगार न मिलने पर जून और जुलाई में भी आंदोलन हुए, लेकिन वादाखिलाफी के कारण यह मुद्दा फिर गरमा गया।
राजनीतिक दबाव में कंपनी
विधायक उमेश पटेल और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रविंद्र गवेल के साथ आने से आंदोलन को कांग्रेस और भाजपा दोनों का समर्थन मिला, जिससे कंपनी पर वादा निभाने का दबाव और बढ़ गया है।

