पत्थलगांव :- ।इंदिरा गांधी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भवन इतनी बुरी हालत में पहुंच गया है कि कक्षाओं की छत से गिरता मलबा अब छात्राओं के सिर पर आ रहा है। हाल में एक छात्रा बाल-बाल बची, पर घटना को ‘गुप्त मामला’ बताकर दबा दिया गया।
पूर्व विधायक ने मरम्मत के लिए स्वीकृत लाखों रुपये का बजट दिया था, लेकिन न तो भवन सुधरा, न ही खर्च का हिसाब सार्वजनिक हुआ। आरटीआई पर प्राचार्या ने अपूर्ण जवाब भेजे और सीधे संपर्क से भी परहेज़ किया।
आरोप है कि प्राचार्या की ‘दरबारी संस्कृति’ के चलते पसंदीदा कर्मचारी स्कूल से नदारद रहकर नेटवर्क मार्केटिंग और ज़मीन दलाली जैसे निजी धंधों में लगे हैं, जबकि राज्य नियम ऐसे मामलों में तत्काल निलंबन का प्रावधान करते हैं।
ग्रामवासियों व अभिभावकों की मांग
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1. प्राचार्या का तत्काल निलंबन व निष्पक्ष जांच
2. भवन की त्वरित मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था
3. आरटीआई उल्लंघन तथा निजी व्यवसाय करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन तुरंत कदम नहीं उठाता, तो “अगली खबर किसी मासूम की मौत” हो सकती है।