बीजापुर।महात्मा गांधी नरेगा योजना में बनी डबरी अब क्षेत्र के किसानों के लिए आजीविका का जरिया बन गई है। इस डबरी में संग्रहित वर्षा जल से किसान धान की फसल के अलावा साग-सब्जी उत्पादन और मछली पालन कर अतिरिक्त आय के स्त्रोत बना रहे हैं। जिले के भोपालपटनम विकासखंड के ग्राम पंचायत वाडला के दो किसान क्रमशः आत्रम कन्हैया और गुण्डम सुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुब्बैया डबरी के पानी का उपयोग अपने खेतों में कर और डबरी में मछली बीज डालकर साथ ही सब्जी उत्पादन कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं, इस तरह डबरी इनकी आजीविका का जरिया बन गया हैं। जो क्षेत्र के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा है।
हितग्राही आत्रम कन्हैया ने बताया कि वो निरंतर 2 वर्षों से 4 एकड़ में धान की फसल से 1 लाख से अधिक एवं डबरी में मछली पालन से 70 हजार और सब्जी उत्पादन से लगभग 20-30 हजार के की कमाई कर रहे हैं।
हितग्राही गुण्डम सुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुब्बैया ने बताया कि वो निरंतर 2 वर्षों से 3 एकड़ में धान की फसल से 1 लाख एवं डबरी में मछली पालन से 80 हजार की कमाई कर रहे हैं।