न रात्रिकालीन चौकीदार, न बाउंड्री वॉल – प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल

मो. शमीम खान @ भाटापारा। शहर के सबसे महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों का पूरा परिसर इन दिनों अव्यवस्था और असुरक्षा के माहौल से घिरा हुआ है। तहसील कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, विकासखंड शिक्षा कार्यालय और महिला एवं बाल विकास विभाग स्थित इस संयुक्त परिसर में सुरक्षा व्यवस्था लगभग नदारद है। कार्यालय समय समाप्त होते ही यहां का जिम्मा भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है।
रात में असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता परिसर
कर्मचारियों के अनुसार शाम ढलते ही पूरा परिसर सुनसान हो जाता है और देर रात असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ जाता है। सुबह कार्यालय खुलने पर शराब की खाली बोतलें व अन्य नशे से जुड़ा सामान बड़ी मात्रा में मिलना आम बात हो गई है। इससे क्षेत्र के नशाखोरी का केंद्र बनने की आशंका और गहरी हो गई है।
चोरी की घटनाएँ भी दे रहीं हैं चेतावनी
सुरक्षा के अभाव में परिसर में चोरी की घटनाएँ भी सामने आ चुकी हैं। च्वाइस सेंटर के ऊपर लगे छज्जे तक चोरी होने की घटना हो चुकी है, जो सुरक्षा प्रबंधन की कमजोर स्थिति को स्पष्ट उजागर करती है।
न सुरक्षा घेरा, न चौकीदार – जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल
सबसे चिंताजनक बात यह है कि इतने बड़े और महत्वपूर्ण कार्यालय परिसर के चारों ओर अब तक बाउंड्री वॉल तक नहीं बनी है। वहीं, रात्रिकालीन चौकीदार की नियुक्ति न होना पूरे परिसर को जोखिम में डाल रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। समय रहते सुरक्षा व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो किसी भी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।

