स्थानीय मुद्दों सहित भ्रष्टाचार पर रहेगा फोकस – आलोक स्वर्णकार
लैलूंगा।विदित हो की नगरीय निकाय चुनाव के आरक्षण होने के बाद राजनैतिक गलियारों में हलचल होना स्वाभाविक होता है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा के लगातार चुनाव के तर्ज पर निकाय एवम त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी होते आए हैं। अभी विधानसभा चुनाव की लव शांत भी नही हुई थी की निकाय एवम पंचायत चुनाव ने ठंड में गर्मी का अहसास करा दिया है जिसका प्रभाव सभी वर्गों में देखने को मिल रहा है चाहे वो मॉर्निंग वॉक हो चाहे चाय पकौड़े की टपरियां हो या चाहे बड़े बड़े होटल, संगठन आदि कोई भी इस चुनावी सरगर्मी से अछूता नही रह रहा।
उक्त चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है उसी तारतम्य में जोगी कांग्रेस जो की पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सीट नही जीत पाई परंतु तीसरे नंबर पर रही थी उसने निकाय एवम त्रिस्तरीय चुनाव लडने की आंशिक घोषणा कर दी है जिससे जेसीसी के सभी नेता सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
हमारे रायगढ़ के युवा जिलाध्यक्ष आलोक स्वर्णकार ने आरक्षण होते ही नगर पंचायत अध्यक्ष लड़ने हेतु त्वरित मन बना लिया है, चूंकि वो लैलूंगा के निवासी हैं साथ ही आरक्षण सामान्य आ जाने से कोई प्रश्नचिन्ह भी नही लगता। आलोक स्वर्णकार जी ने पूर्व से ही लैलूंगा में अपनी सक्रियता बनाकर रखी जिससे की वे हमेशा जनहित मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए भ्रष्टाचार मुक्त नगर बनाने हमेशा अपनी आवाज बुलंद किया है।
यही नही स्वर्णकार जी ने कहा की लैलूंगा को हमेशा से दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने ठगा जिसका परिणाम रहा है की नगर मूलभूत आवश्यकताओं के लिए भी तरस रहा है साथ ही कई योजनाएं धरातल में आने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है।
यह सब घटना से प्रेरित होकर उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। श्री स्वर्णकार राजनैतिक पृष्टभूमि से आने के साथ साथ औद्योगिक स्थानीय मुद्दों को जनता के समर्थन से सदैव उठाते रहे हैं जिसके चलते आम नागरिकों में इनकी छबि और लोकप्रियता किसी परिचय का मोहताज नही है जिसको वे इस बार नगर अध्यक्ष चुनाव में आजमाना भी चाहते हैं।
उनका कहना है की दोनों ही पार्टियों के पास धनबल, सत्ता सहित ऐतिहासिक अनुभव है परंतु उनको आम नागरिकों के स्नेह और आशीर्वाद पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा की यदि जनता का साथ मिला तो यह चुनाव त्रिकोणीय होते हुए विजय रथ तक भी पहुंचा सकती है जिसके लिए स्वर्णकार जी ने नगरवासियों से बिना भय, दबाव व लालच से परे एक जिम्मेदार और स्वच्छ राजनीति के लिए सहयोग की अपेक्षा की है।