खरसिया, रायगढ़।खरसिया विकासखंड के राशन विक्रेताओं ने अपनी लंबित समस्याओं को लेकर प्रशासन से तुरंत समाधान की मांग की है। इन विक्रेताओं का कहना है कि पिछले कई महीनों से उन्हें कमीशन राशि, बरदाना राशि,
और अन्य आवश्यक भत्ते प्राप्त नहीं हो रहे हैं, जिससे उनके कार्य में रुकावटें आ रही हैं। यदि शीघ्र इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो विक्रेताओं ने चेतावनी दी है कि वे दिसम्बर 2024 से अपनी दुकानों का संचालन बंद कर देंगे, और इसके लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा।
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विक्रेताओं का कहना है कि कमीशन राशि का भुगतान पिछले कई महीनों से लंबित है। विशेष रूप से, वर्ष 2020-21, 2021-22 और 2022-23 के दौरान की अपूर्ण राशि और वर्ष 2023-24 की पूरी बरदाना राशि अब तक नहीं मिली है। इसके अलावा, विक्रेताओं का आरोप है कि कोविड-19 (अप्रैल-मई 2022) के दौरान उन्हें निःशुल्क चावल वितरण का भुगतान भी अभी तक नहीं किया गया है, जबकि उन्होंने अपनी ओर से वितरण कार्य पूर्ण किया था। अक्टूबर 2022 में भी कुछ विक्रेताओं का समायोजन लंबित है।
राशन वितरण में बारदाना की समस्या भी विक्रेताओं के लिए एक बड़ी चिंता बन चुकी है। वे कहते हैं कि गोदाम से उन्हें हमेशा पुराना और फटा हुआ बारदाना मिलता है, जिसे ठेकेदार द्वारा नहीं लिया जाता। उनका यह भी कहना है कि हर माह 100% बारदाना जमा करना अब असंभव हो गया है, जबकि पहले 75% जमा करने की व्यवस्था थी।
इसके अलावा, विक्रेताओं ने वित्तीय पोषण राशि, निःशुल्क नमक वितरण, मध्यान्ह भोजन कमीशन राशि, और इक्य राशन कार्ड नवीनीकरण की राशि की भी शिकायत की है, जो अभी तक नहीं मिली। विक्रेताओं का कहना है कि राशन सामग्री का भंडारण और वितरण भी एक गंभीर समस्या है, क्योंकि चना और शक्कर जैसे सामग्रियों का उचित भंडारण नहीं होता, और हितग्राहियों को राशन वितरण में कठिनाई होती है।
विक्रेताओं ने किराए की दुकानों से संचालन करने वाले पीडीएस संचालकों की स्थिति पर भी सवाल उठाया है। उनका कहना है कि वे हर महीने किराया चुकता करते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर दबाव बढ़ रहा है।
इन सभी समस्याओं को लेकर विक्रेताओं ने प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि अगर यह समस्याएं हल नहीं होती हैं, तो वे अपनी दुकानों का संचालन बंद करने को मजबूर होंगे, जिसका असर पीडीएस वितरण प्रणाली पर पड़ेगा और प्रशासन को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी।
यहां तक कि विक्रेताओं ने कहा कि पिछले 9 महीने से वे कमीशन की राशि का इंतजार कर रहे हैं और 2020-21 और 2021-22 की अपूर्ण राशि तथा 2023-24 के बरदाने की राशि के लिए उन्हें अभी तक कोई भुगतान नहीं मिला है। इस कारण से खरसिया के विक्रेताओं ने इस वर्ष दीपावली भी नहीं मनाई है।
सभी राशन विक्रेताओं ने प्रशासन से शीघ्र समाधान की अपील की है, ताकि उनके कार्य में कोई और रुकावट न आए और वे अपने दायित्वों का निर्वहन सही तरीके से कर सकें।