रायगढ़। फ्लाई एश परिवहन में ट्रांसपोर्टर की लापरवाही का परिणाम एनटीपीसी को भुगतना पड़ रहा है। पर्यावरण विभाग ने कंपनी पर करीब 31 लाख की पेनाल्टी लगाई है। एनटीपीसी को पेनाल्टी जल्द जमा करने का आदेश दिया गया है। रायगढ़ के पावर प्लांटों से उत्सर्जित फ्लाई एश का निराकरण परेशानी का सबब बन गया है। परिवहन के दौरान सडक़ों पर गिरने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पर्यावरण विभाग इसमें कार्रवाई तो करता है लेकिन प्लांटों को कोई फर्क नहीं पड़ता। जिले की सभी सडक़ों पर एश के कारण प्रदूषण है।
रायगढ़ से चंद्रपुर, सराईपाली, बसना होते हुए रायपुर तक हाईवे भी इससे नहीं बच पाया है। पूरे हाईवे में कई जगहों पर फ्लाई एश डंप किया गया है। पर्यावरण विभाग ने जांच की तो पता चला कि एनटीपीसी लारा के एश डाइक से गीला एश लोड कर कई ट्रांसपोर्टर रायपुर के पास ले जाते हैं। सडक़ निर्माण में इसका उपयोग हो रहा है, लेकिन रास्ते भर ट्रकों से फ्लाई एश रिसकर गिरता रहा। जांच के बाद पर्यावरण विभाग ने एनटीपीसी को रास्ते में गिरे एश की सफाई करने का आदेश दिया था। इसके अलावा एनटीपीसी पर 30.90 लाख पेनाल्टी भी लगाई गई है।
पावर प्लांटों पर नियंत्रण नहीं
पर्यावरण विभाग ने कुछ हद तक फ्लाई एश के कारण होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने की कोशिश की है। लेकिन पावर प्लांट अभी भी सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। अभी भी फ्लाई एश निराकरण की सही जानकारी प्रस्तुत नहीं कर रहे हैं। खाली जमीनों पर एश डंप कर दिया जा रहा है।