फगुरम । डभरा खरसिया मुख्य मार्ग में ग्राम पंचायत फगुरम के मुख्य चौक के पास सड़क किनारे लगभग 15 से 20 फीट दूर अपने घर के सामने बैठे दो व्यक्तियों को हाइवा ने जोरदार टक्कर ठोकर मार दिया, जिससे एक व्यक्ति के सिर पर गंभीर चोटे आई जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जायेगा और दूसरा को मामूली चोट आई है।
घटना के बाद देखते हैं देखते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
वहीं अक्रोशित ग्रामवासियों ने वाहन चालक की खूब धुनाई किया और चक्काजाम कर दिया जिससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन ग्रामवासियों को समझाइए देती रही । इस बीच ग्रामवासियों और पुलिस प्रशासन के बीच भी काफी खींचातानी भी हुई। मामला शांत नहीं होने पर अड़भार तहसीलदार मौके पर पहुंची और उनके द्वारा ग्रामवासियों को समझाइए देने के बाद वाहन मालिक के साथ सहमति के बाद चक्का जाम क्लियर किया। इस बीच लगभग 4 घंटे तक चक्काजाम चलता रहा।
पूरा मामला फगुरम चौकी थाना डभरा अंतर्गत ग्राम पंचायत फगुरम का है। यह घटना दिनांक 23 नवंबर सुबह लगभग 9 बजे की बता जा रहा है, जब फगुरम के ही रहने वाले दो लोग मनोज अग्रवाल और चेतन वर्मा दोनो चेतन के घर के सामने सड़क से लगभग 15 से 20 फिट दूर बैठे थे, तभी आरकेएम कंपनी से खरसिया की ओर जा रही हाइवा ने उन्हें जबरजस्त ठक्कर मार दिया और फर्राटे भरते हुए वहा से भाग निकला । देखते ही देखते लोगो की भीड़ मद पड़ी और वाहन चालक को पकड़कर ले आए । इसके बाद आक्रोशित ग्रामवासियों ने वाहन चालक की खूब धुनाई की वाहन चालक अपने आप को निर्दोष बता रहा था , उसका कहना था कि उसकी गाड़ी ने एक्सीडेंट नहीं किया है पर आक्रोशित ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी और उसकी जमकर पिटाई की।
रिप्रोटिंग के दौरान पत्रकार से मारपीट
इस बीच घटना का रिपोर्टिंग करने पहुंचे फगुरम क्षेत्र के हरिभूमि संवाददाता के साथ ग्राम के ही दो व्यक्तियों द्वारा अश्लील गाली गलौज करते हुए मारपीट किया और जान से मारने की धमकी दिया गया। पत्रकार उक्त दोनों के खिलाफ फगुरम चौकी रिपोर्ट दर्ज उचित कार्रवाई की मांग किया गया है।
ग्रामवासी परिवहन विभाग को ठहरा रहे जिम्मेदार
इसके पूर्व भी इस मार्ग में अनेकों सड़क दुर्घटना होती रहे हैं । कुछ घटनाओं में लोगों की जान भी जा चुकी है। इन सभी घटना का जिम्मेदार ग्रामवासियों द्वारा परिवहन विभाग का ठहराया जाए जा रहा हैं, उनका कहना है कि इस मार्ग में परिवहन विभाग वाहनों की कोई प्रकार की जांच नहीं करती केवल वसूली का काम किया जाता है। जिससे बढ़ी वाहन चालकों के हौसले बुलंद है और मनमाने ढंग से सड़क पर फर्राटे भरते रहते है।