बेमेतरा/- बेमेतरा ज़िले में आज से फाइलेरिया रोधी उन्मूलन कार्यक्रम शुरू हो गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गणेश लाल टंडन के निर्देशानुसार,जिला चिकित्सालय बेमेतरा के सिविल सर्जन डॉ संत राम चुरेंद्र के मार्गदर्शन में फाइलेरिया कृमि नाशक सामूहिक दवा सेवन का कार्यक्रम रखा गया। जिसमे सिविल सर्जन के साथ सभी अस्पताल के डॉक्टर,अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे और सभी ने सामूहिक रूप से दवा सेवन करते हुए इसके लाभ से आम जन को संदेश दिया और दवा सेवन हेतु जागरूक किया गया।
फाइलेरिया एवं कृमि नियंत्रण हेतु सामूहिक दवा सेवन का कार्यक्रम आज 10 अगस्त से 21 अगस्त तक चलेगा। जिला चिकित्सालय में हाथीपांव एवं कृमि मुक्ति हेतु दवा का सेवन कराया जाएगा। मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ.के. डी.साहू ने जानकारी देते हुए कहा
दवा का सेवन भोजन के बाद करना है। 01 वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिला,एवम अति वृद्ध व गम्भीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को यह दवा सेवन नही कराना है।
उम्र अनुसार फाइलेरिया दवाई (100 एमजी) का डोज 01 से 02 वर्ष – नही खिलाना है। दो से 05 वर्ष – 01 गोली खिलानी है । छह से 14 वर्ष – 02 गोली और 15 वर्ष से अधिक – 03 गोली का सेवन करना है। इसी प्रकार एल्बेंडाजोल दवाई (400 एमजी) की खुराक 01 से 02 वर्ष – आधी गोली, 02 से 05 वर्ष – 01 गोली, 06 से 14 वर्ष 1 गोली और 15 वर्ष से अधिक – 01 गोली की खुराक देनी है।
उपरोक्तानुसार उम्र अनुसार दवा का सेवन कराया जाएगा।
फाइलेरिया की गोली निगलकर खाना है एवं कृमि की दवा चबाकर खाना है।
सिविल सर्जन डॉ संत राम चुरेंद्र ने बताया कि फाइलेरिया एवम कृमि की दवा पूर्णतः सुरक्षित है, जिन बच्चों एवम नागरिकों में पूर्व से संक्रमण है, उनमे सामान्य रूप से हल्की मतली, हल्का चक्कर की समस्या हो सकती है जो कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाता है, इसमें घबराने की आवश्यकता नही है।
जिला चिकित्सालय बेमेतरा में फाइलेरिया, कृमि नियंत्रण तहत सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम
