खरसिया (छत्तीसगढ़): भूपदेवपुर रेलवे स्टेशन पर बढ़ते प्रदूषण ने स्थानीय निवासियों और यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। रेलवे स्टेशन के आसपास कोयले की धूल का जमाव लगातार बढ़ रहा है, जिससे न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं बल्कि पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोयले की धूल से आसपास के पेड़-पौधे और फसलें प्रभावित हो रही हैं। इसके अलावा, धार्मिक स्थलों और स्थानीय जलस्रोतों पर भी प्रदूषण का नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। यात्री और स्थानीय लोग इस समस्या के कारण असुविधा का सामना कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि रेलवे प्रशासन तत्काल कोयला साइडिंग को बंद करे या फिर प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी उपाय करे। स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अब देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है।
